लेखनी प्रतियोगिता - वो लड़की जो थी आदिवासी।।
वो
वो लड़की जो थी आदिवासी,
वो जिसने संभाली थी
अपने पुरखों की जिम्मेदारी,
संघर्षों से लड़ना,
जिसने सीख लिया था बचपन में,
खुद की पहचान बनाने का जज़्बा,
था उसकी रग रग में,
नियमों की कसौटी पर, जिसको
परखा गया था हर बार,
आगे बढ़ने के उसके सपने को,
रोका गया था हर बार,
मगर, ना मानी हार उसने
अपनी ही लय में चलती रही,
धीरे धीरे ही सही,
अपने सपने की तरफ बढ़ती रही,
सब कुछ खोकर,
बहुत कुछ पाया था उसने,
अपने सपने के प्रति अपनी जिम्मेदारी को,
बखूबी निभाया था उसने।।
प्रियंका वर्मा
10/3/23
डॉ. रामबली मिश्र
12-Mar-2023 09:01 PM
शानदार
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Gunjan Kamal
12-Mar-2023 09:49 AM
सुंदर प्रस्तुति
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सीताराम साहू 'निर्मल'
11-Mar-2023 05:36 PM
बहुत खूब
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